प्रयागराज, मार्च 12 -- इलाहाबाद संग्रहालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अंतर्गत बुधवार को 'देश के निर्माण में महिलाओं का योगदान विषय पर व्याख्यान का आयोजन हुआ। मुख्य वक्ता इलाहाबाद विश्वविद्यालय की डॉ. मीनाक्षी जोशी ने कहा कि महिला सम्मान हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है। देश के निर्माण में पुरुष के साथ ही नारी का बराबर का योगदान है। न पुरुषों से कम और न अधिक। उन्होंने अपनी बातों को पावर प्वाइंट के माध्यम से अपाला, घोषा, लोपामुद्रा, सातवाहन रानी नागनिका, रानी दुर्गावती, अहिल्याबाई होल्कर, रानी रासमणि और रानी लक्ष्मीबाई का उदाहरण देकर समझाया। अध्यक्षता करते हुए संस्कृत विभाग, इविवि के पूर्व अध्यक्ष प्रो. हरिदत्त शर्मा ने कहा कि नारी और पुरुष एक गाड़ी के दो पहिए के समान है। एक के बिना दूसरा अधूरा है। भारतीय संस्कृति में अर्धनारीश्वर इस...