मेरठ, मार्च 10 -- मेरठ, संवाददाता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रसिद्ध आर्य विद्वान और सामाजिक चेतना के अग्रदूत स्वामी पूर्णानंद सरस्वती की 125वीं जयंती आईएमए सभागार में भव्य रूप से मनाई गई। शुभारंभ गुरुकुल दबथला की ब्रह्मचारिणियों द्वारा वेदपाठ से हुआ। इसके बाद आचार्य प्रमोद के ब्रह्मत्व में वैदिक यज्ञ सम्पन्न हुआ। भजनोपदेशक पं. योगेश दत्त ने भजनों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। समारोह की औपचारिक शुरुआत डॉ. मनीषा तोमर के 'वंदे मातरम् से हुई। स्वामी पूर्णानंद सरस्वती के सुपौत्र और वरिष्ठ छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. वीरोत्तम तोमर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि यह जयंती हर वर्ष राष्ट्र व समाज की चेतना को जागृत करने के उद्देश्य से मनाई जाती है। मुख्य वक्ता डॉ. वेदपाल संरक्षक, परोपकारिणी सभा अजमेर ने यज्ञ की वैज्ञानिकता पर प्रकाश डालते हुए...