बाराबंकी, दिसम्बर 1 -- बाराबंकी। घर के कमाऊ मुखिया की असामयिक मौत के बाद आर्थिक रूप से तंगहाल परिवारों के लिए राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना संजीवनी बन गई है। अपनों को खोने की भरपाई तो नहीं हो सकती लेकिन इस योजना से जिले के 880 लोगों को आर्थिक सहायता मुहैया कराकर समाज कल्याण विभाग ने उन्हें आर्थिक परेशानियों से कुछ हद तक मुक्ति दिलाने का प्रयास किया है। इसके लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से इनके खातों में दो करोड़ 64 लाख रुपये भेजा गया है। बताते चलें कि 18 से 59 वर्ष के बीच के परिवार के कमाऊ मुखिया की मौत होने पर प्रदेश सरकार समाज कल्याण विभाग की ओर से मृतक के आश्रित को 30 हजार की आर्थिक सहायता देती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए आश्रित को कमाऊ मुखिया की मृत्यु के एक वर्ष के अंदर आवेदन करना होता है, जो ऑनलाइन होता है। इसके बाद आवेदन तहसील पर...