जमशेदपुर, दिसम्बर 29 -- करनडीह स्थित दिशोम जाहेरथान प्रांगण में आयोजित ऑल इंडिया संताली राइटर्स एसोसिएशन और दिशोम जाहेरथान कमेटी के 22वें संताली परसी माहा एवं ओलचिकी शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संताली में अपना संबोधन दिया। यहां उन्होंने कहा कि यहां आने से पहले जाहेर आयो को जोहार कर रघुनाथ मुर्मू को श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति ने कहा कि हम सब जानते हैं कि सान्याल में जन्म लेकर कई जगह पहुंचे है। इसमें हमारे इष्टदेवन का आशीष है। उन्होंने कहा कि बचपन में मैंने नेहर गीत सीखा था। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने संताली में नेहोर गीत गाकर अपने संबोधन की शुरुआत की। गीत के बोल थे .जोहार जोहार आयो, आमगे ..जीवी होडमो लसावड़हेदो मा.. करीब तीन मिनट तक उन्होंने यह गीत गया।

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