पूर्णिया, सितम्बर 24 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पूर्णिया महिला कॉलेज में मंगलवार को आयोजित राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जंयती समारोह में दिनकर के काव्य का ओजस्वी पाठ कर उनकी कृति उर्वशी हुंकार, कुरुक्षेत्र , रश्मिरथी और संस्कृति के चार अध्याय जैसे महत्वपूर्ण रचना को पढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। पूर्णिया महिला कॉलेज के हिन्दी विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रकवि दिनकर जयंती समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्रधानाचार्य प्रो अनंत प्रसाद गुप्ता ने अमर कवि रामधारी सिंह दिनकर के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी रचनाएं सिर्फ साहित्य नहीं है, बल्कि क्रांति की प्रतीक है। रामधारी सिंह दिनकर केवल कवि नहीं विराट चेतना के प्रतीक है। -दिनकर को याद कर हिन्दी साहित्य में उनके योगदान पर की गई चर्चा : -हिन्दी विभाग की प्राध्यापिका मीना कुमारी रजक ने...