बागपत, जुलाई 9 -- वर्ष 2018-19 की ग्राम पंचायतों की लेखा परीक्षा में ग्राम निधि के दुरुपयोग, अपव्यय और क्षति के मामलों में पर कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। जिला पंचायत राज विभाग द्वारा पूर्व रालोद जिलाध्यक्ष रामपाल धामा सहित नौ पूर्व ग्राम प्रधानों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। इन पर करीब 2 करोड़ रुपये से अधिक की गड़बड़ी के आरोप हैं, हालांकि रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष पर केवल 37 सौ रुपए की गड़बड़ी का मामला है। लेकिन कई बार मौका दिए जाने के बावजूद जवाब नहीं दिया गया। जिला लेखा परीक्षा अधिकारी द्वारा जारी पत्र में बताया गया कि संबंधित ग्राम प्रधानों को 60 दिन में स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए थे, किन्तु उन्होंने कोई परिपालन नहीं किया। अब उत्तर प्रदेश पंचायतीराज नियमावली 1947 की धारा 256(1) के तहत इन प्रधानों को नोटिस प्रारू...