गंगापार, मार्च 24 -- पितरों की शांति के लिए धर्म वाटिका बरीबोझ में चल रही सामूहिक नौ दिवसीय श्रीराम कथा का श्रवण करने के लिए दूर-दूर से भगवत रसिक श्रोता रविवार को कथा पंडाल में पहुंचे। करीब दो दर्जन यजमानों ने व्यासपीठ और कथावाचक ब्रह्मर्षि नागेन्द्र की आरती उतारी। श्री धाम चित्रकूट से पधारे ब्रह्मर्षि नागेंद्र ने कहा कि भारत की पहचान गाय, गंगा, गीता व गायत्री से है। इसे आगे बढ़ाने में बुजुर्गों के साथ ही युवाओं की भी जिम्मेदारी है। कथा के दौरान भगवान राम एवं मां सीता के विवाह के बाद विदाई के समय हर एक की आंख भर आई। इसके पूर्व आनंद धाम सरकार की अगुवाई में आम, जामुन, अमरुद समेत अन्य फलदार पौधे बांटे गए। इस दौरान अरुण शुक्ल, संगम मिश्र, ग्राम प्रधान जयप्रकाश मौर्य, गुड्डू विश्वकर्मा, प्रधानाचार्य नंदलाल मौर्य, धीरेन्द्र मिश्र गुरु, आनंद पां...
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