सिद्धार्थ, मार्च 9 -- भनवापुर, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के पेड़रियाजीत चौराहे पर श्रीराम जानकी मंदिर पर चल रहे रामकथा के चौथे दिन शुक्रवार की रात कथावाचक पंडित सुरेश भारद्वाज ने प्रभु श्रीराम के विवाह की कथा सुनाई। कथा सुन श्रद्धालु हर्षित हो जयकारा लगाने लगे। कथा के दौरान धनुष यज्ञ की मनोहारी झांकी भी निकली गई। कथावाचक ने कहा कि राजा जनक के दरबार में भगवान शिव का धनुष रखा था। एक दिन सीता ने घर की सफाई करते हुए उसे उठाकर दूसरी जगह रख दिया। यह देख राजा जनक को आश्चर्य हुआ क्योंकि धनुष किसी से उठता नहीं था। राजा ने प्रतिज्ञा की कि जो इस धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा उसी से सीता का विवाह होगा। उन्होंने स्वयंवर की तिथि निर्धारित कर सभी देश के राजा और महाराजाओं को निमंत्रण पत्र भेजा। एक-एक कर लोगों ने धनुष उठाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। इस...