सिद्धार्थ, फरवरी 25 -- बिजौरा, हिन्दुस्तान संवाद। भनवापुर क्षेत्र के सफीपुर गांव में चल रहे संगीतमयी श्रीरामकथा के पांचवें दिन सोमवार रात कथा व्यास पंडित राहुल मिश्र ने मिथिला के राजा जनक के दरबार में रखे शिव धनुष और राम-सीता विवाह की कथा श्रद्धालुओं को सुनाई। इसे सुनकर श्रद्धालु हर्षित हो उठे और पूरा पंडाल जयकारों से गूंज उठा। कथा व्यास ने बताया कि एक दिन सीता ने घर की सफाई के दौरान शिव धनुष को उठाकर दूसरी जगह रख दिया। यह देख राजा जनक चकित रह गए। उन्होंने सोचा कि सीता कोई साधारण कन्या नहीं है, क्योंकि यह धनुष किसी से उठता नहीं था। राजा जनक ने घोषणा की कि जो इस धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा वही सीता का वर स्वीकार किया जाएगा। स्वयंवर में देश के सभी राजा-महाराजा आमंत्रित किए गए। अयोध्या से राजा दशरथ के पुत्र राम और लक्ष्मण भी गुरु विश्वामित्र के...