कानपुर, दिसम्बर 21 -- कानपुर देहात। अकबरपुर में आयोजित निरंकारी आध्यात्मिक सत्संग को संबोधित करते हुए कानपुर जोन के प्रचारक महात्मा आनंद गुप्ता ने बताया कि जब जीवन में राम नाम रूपी धन प्राप्त हो जाता है तो यह लोक ही नहीं परलोक भी सुधर जाता है। कहाकि प्रेम ही रिश्तों की पहचान है, इंसान दिल से प्यार से सुखी जीवन बिताना चाहता है, लेकिन जब प्यार में स्वार्थ का भाव आ जाता है तो विश्वास में कमी आ जाती है। और रिश्तों में करवाहट महसूस होने लगती है। इंसान सुखी नहीं हो पाता क्योंकि यह संबंध भी माया का ही रूप है, परिवर्तनशील है। प्रभु की प्राप्त के बाद एक दिव्य प्रेम सारे संसार के लिए उत्पन्न होता है, जिसमें कोई भेदभाव नहीं रह जाता। जब सतगुरु जीवन में आते हैं वह ब्रह्मज्ञान देते हैं तो जीवन में सत्य और असत्य का ज्ञान हो जाता है कि संसार व संसार से ज...