मोतिहारी, जून 29 -- मोतिहारी। राम नाम एक महामंत्र है। यह सभी वेदों का प्राण है। राम नाम का जाप करके ही आदि कवि वाल्मीकि ब्रह्मस्वरुप हो गये। राम नाम तो जुड़वां भाई-बहन है, जो जगत का पालन और रक्षा करता हैं। ये बातें अपने प्रवचन के क्रम में पराम्बा शक्तिपीठाधीश्वर स्वामी शक्ति शरणानंद सरस्वती जी महाराज चंचल बाबा ने लोगों से कही। वहीं मानस सत्संग समिति के सचिव प्रो.रामनिरंजन पाण्डेय ने बताया कि गुरु पूर्णिमा को लेकर कार्यक्रम की शुरुआत हो गयी है। प्रतिदिन अखण्ड रामनाम संकीर्तन का कार्यक्रम चल रहा है । आगामी दस जुलाई को गुरु पूर्णिमा के आयोजन की सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है ।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...