प्रशांत त्यागी, दिसम्बर 21 -- सरकार की जनकल्याणकारी वृद्धा पेंशन योजना महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रही है, लेकिन अधिकारियों के उदासीन रवैये के कारण वृद्धा पेंशन की पात्र एक बुजुर्ग महिला को अपने जिंदा होने का सबूत देना पड़ रहा है। दरअसल, हापुड़ जिले के ग्राम पंचायत धनौरा की रहने वाली 73 वर्षीय कुसुम त्यागी शनिवार को मेरठ-हापुड़ सांसद अरुण गोविल के पास पहुंची। वृद्धा ने सांसद से कहा कि रामजी मैं भूत हूं। इस पर सांसद सहम गए और कहा कि क्या मतलब है। तब महिला ने सांसद से अपना दर्द बयां किया। 73 वर्षीय बुजुर्ग महिला कुसुम त्यागी ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2019 में अपना वृद्धा पेंशन में पंजीकृत कराया था, तब से उनके वृद्धा पेंशन मिल रही है। इस पेंशन से उनका पोषण हो रहा है, लेकिन कुछ समय से अधिकारियों ने बिना सत्यापन के ही उन्हें कागजों में मृत घोषि...