समस्तीपुर, नवम्बर 2 -- रोसड़ा। राम चरित मानस यही नामा, सुनत श्रवण पाइए विश्रामा। इसी चौपाई के भावों से ओतप्रोत वातावरण में रविवार को रोसड़ा भक्तिमय हो उठा। प्रबुद्ध वर्ग श्री रामचरित मानस संगोष्ठी द्वारा आयोजित छठा परायण समारोह श्रद्धा और आस्था के माहौल में सम्पन्न हुआ। मंगलाचरण व आरती के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष श्रद्धालु शामिल हुए। व्यास पीठ से डॉ. परमानंद मिश्र ने मानस क्या है, मानस का महत्व और इसके पाठ से जीवन में मिलने वाले लाभ विषय पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस केवल ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने वाला एक दिव्य पथ है। उन्होंने चौपाइयों के माध्यम से मानव जीवन में भक्ति, सेवा और सदाचार के महत्व को रेखांकित किया। कार्यक्रम में रजनीकांत मिश्र, राम प्रकाश सिंह, योगेंद्र म...