वाराणसी, दिसम्बर 14 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। प्रभु श्रीराम के मर्म को जीवन में उतारना ही सनातन का संदेश है। श्रीराम ब्रह्मांड में समन्वय का सबसे प्रमुख श्रोत हैं। यही कारण है कि वह शिव को अति प्रिय हैं। ये बातें कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के पूर्व कुलपति एवं नेशनल बुक ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष प्रो.बलदेव भाई शर्मा ने कहीं। वह तारक सेवा संस्थान की ओर से राम कथा में संजीवनी के तत्व विषयक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को बतौर अध्यक्ष संबोधित कर रहे थे। रथयात्रा स्थित स्वास्तिक सिटी सेंटर के सभागार में हुए सम्मेलन में उन्होंने कहा कि आज हम सबकुछ पा रहे हैं, लेकिन मनुष्यता खो रहे हैं। मुख्य अतिथि आयुष राज्य मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ने कहा कि श्रीराम कथा सत्य, धर्म, न्याय, प्रेम, त्याग और कर्तव्यनिष्ठा जैसे शाश्व...