दुमका, मई 11 -- नोनीहाट, प्रतिनिधि। नोनीहाट के यज्ञ मैदान में चल रहे रामचरित मानस नवाह परायण महायज्ञ में पहुंचे विंध्याचल के कथावाचक ने अपने प्रवचन के माध्यम से कहा कि राम का अवतार रावण को मारने लिए नहीं हुआ था, बल्कि रावनत्य को खत्म करने के लिए हुआ था। उन्होंने इस पर कहा कि रावनत्य का मतलब होता है एक दूसरे से नफरत करने वाले लोग। राम का संदेश है कि सभी लोग आपस में प्रेम करें। इसलिए राम भगवान प्रेम की स्थापना करने के लिए धरती पर आए थे। उन्होंने कहा कि लक्ष्मण का रूप संहार के लिए था तथा भरत का रूप धर्म की स्थापना के लिए था। उनके प्रवचन को सुनने के लिए पूरे पंडाल पर श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ थी। यज्ञ के मौके पर बांग्ला कीर्तन को सुनने के लिए महिला श्रद्धालुओं की भीड़ बांग्ला कीर्तन के लिए आए हुए बंगाल की टीम में टुंपा चक्रवर्ती की टीम के द्वा...