भागलपुर, जून 18 -- राम कथा जीवन जीने की कला सिखाती है। रिश्ते को यदि समझना है तो राम कथा का श्रवण करें। राम कथा कल्पवृक्ष है जो चाहोगे वह मिलेगा। उक्त बातें कहलगांव के पूरब टोला वार्ड नंबर पंद्रह के पांडे गली में चल रहे श्रीराम कथा के पांचवें दिन कथा वाचिका साध्वी बृज किशोरी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि महिलाएं खुद के पैरों पर खड़ी होकर किसी के सहारे पर मोहताज नहीं है। आत्मनिर्भरता का पहला कदम खुद पर भरोसा करना है। जिस दिन एक स्त्री खुद की ताकत समझ ले उसे कोई हरा नहीं सकता है। जब आत्मनिर्भर बनती है तो पूरी पीढ़ी सशक्त होती है। राम विवाह उत्सव को आनंदित तरीके से मनाया गया। दर्शक भाव विभोर हो गए।
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