गोंडा, अक्टूबर 14 -- नवाबगंज, संवाददाता। कटरा कुटी पर चल रही राम कथा में सोमवार शाम कथा व्यास मिथिलाशरण पांडे ने कहा कि राम कथा के सर्वोत्तम उपासक हनुमान हैं ,आज युवाओं को हनुमानज से प्रेरणा लेनी चाहिए । जैसा हनुमान ने कहा है कि रामकाज किन्हें बिना मोहि कहां विश्राम यह वैचारिक शक्ति केवल सत्संग एवं राम कथा के माध्यम से ही प्राप्त हो सकती है। हनुमान ने प्रभु श्रीराम के सारे कार्य किए पर कभी अपने नाम की आकांक्षा नहीं की। रामचरितमानस में कथा के चार घटक और सात कांड है। सुंदरकांड की महिमा को बताते हुए व्यास ने कहा कि सुंदरकांड हनुमान जी का पावन एवं पवित्र जीवन चरित्र है। तुलसीदास जी का हनुमान जी से सहज संबंध सद्गुरु भाव का है, जो प्रभु राम जी को अतिशय प्रिय भी है। इसलिए संतों और महात्माओं के अनुसार सुंदरकांड पाठ का बड़ा प्रतिफल है! माता सीता ल...