रामपुर, नवम्बर 5 -- श्री राम कथा प्रसार समिति के तत्वाधान में एकता विहार में चल रही श्री राम कथा के तृतीय दिवस की कथा में वाचक पूज्य राजेन्द्र तिवारी ने नारद मोह प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि - काम, क्रोध और लोभ से केवल सामान्य मनुष्य ही नहीं, अपितु ऋषि-महात्मा भी पतन की ओर बढ़ जाते हैं। किन्तु भगवान के प्रति नारद जी की निष्ठा और समर्पण ने उन्हें अधोगति से बचा लिया। बताया कि नारद अपना हितैषी केवल और केवल भगवान को मानते हैं। और हम संसार को अपना हितैषी मान कर संसार के झंझावातों में फंस जाते हैं और कष्ट उठाते हैं। नारद जी का कथन है कि -मोरे हित हरि सम नहीं कोई। उन्होंने आगे कहा कि भगवान ने नारद का परम कल्याण किया। संसार के विषयों से मन को हटाकर भगवान की कथा और भगवान के चरणों में अनुराग रखना चाहिए - यही हमारा भी परम कल्याण करेगा। इस अवसर पर ...
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