बदायूं, अक्टूबर 13 -- बिल्सी। क्षेत्र के गांव बेहटा गुंसाई में चल रही रामलीला में रावण द्वारा सीता हरण की लीला का मंचन किया गया। सूर्पणखा के नाक-कान काटने का बदला लेने के लिए रावण सीता का हरण करने की योजना बनाता है। वह साधू का रुप धारण कर पंचवटी पहुंचता है। राम हिरण का पीछा करते हुए जंगल में काफी दूर चले जाते है। जब राम ने उसे तीर मारा, तो वह अपने असली रूप में आकर अपने प्राण त्याग देता है। इसके बाद राम का पीछा करते हुए लक्ष्मण भी यहां से चले जाते है और कुटिया में सीता अकेले रह जाती है। इसके बाद साधु के वेश में रावण सीता के पास आता है और सीता का हरण कर पुष्पक विमान से ले लंका ले गया। जहां जटायु नाम पर पक्षी सीता को बचाने के लिए आता है। जिसके रावण पर को काट कर घायल कर देता है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्व...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.