रांची, अक्टूबर 1 -- रांची, संवाददाता। सेक्टर-2 रामलीला मैदान में श्रीराम कथा के भव्य रामलीला मंचन में मंगलवार को दो विशेष प्रसंग सती सुलोचना और नरांतक वध ने श्रद्धालुओं को भावुक करने के साथ ही धर्म और सत्य की अटूट शक्ति का संदेश दिया। कार्यक्रम की शुरुआत सुलोचना प्रसंग से हुई। इसमें रावणपुत्र मेघनाद (इंद्रजीत) की मृत्यु का समाचार सुनकर भी उनकी धर्मपत्नी सुलोचना का पतिव्रता धर्म निभाना दर्शाया गया। आंसुओं से भरे संवाद और पति के प्रति अटूट समर्पण ने पूरा वातावरण भावुक बना दिया। इस प्रसंग को देखकर कई महिलाओं और वृद्ध दर्शकों की आंखें नम हो गईं। इसके बाद मंच पर युद्ध का दृश्य जीवंत हुआ। रावण के सेनापति नरांतक का प्रवेश होते ही दर्शकों की उत्सुकता चरम पर पहुंच गई। विशाल गदा और रथ पर सवार नरांतक तथा वानर सेना के बीच भीषण युद्ध का मंचन हुआ। कलाक...