रामपुर, अक्टूबर 2 -- मिलक। नवरात्रों के अवसर पर नगर में चल रही रामलीला के अंतिम दिवस से पूर्व वुधवार नगर स्थित रामलीला मैदान में मेघनाथ वध और अहिरावण के वध का मंचन किया गया।जिसके बाद मैदान में लक्ष्मण के द्वारा छोड़े गए वाण से मेघनाथ का पुतला धूं धूं कर जल उठा। पुतले के जलते ही उपस्थित लोगों की भीड़ द्वारा जय श्री राम का जयघोष करने पर वातावरण गूंज उठा। बुधवार की रामलीला मंचन में देर शाम लक्ष्मण ने अपनी वानर सेना के साथ युद्धभूमि में लौटेते हुए मेघनाथ से युद्ध किया। युद्व के दौरान मेघनाथ ने कई मायावी रूप बदले लेकिन आखिर में लक्ष्मण के हाथों मेघनाथ का वध हुआ। मेघनाथ का कटा हुआ सिर रामादल में ले जाया गया। मेघनाथ की पत्नी सुलोचना को यह पता चला, तो वह अपने पति का सिर मांगने प्रभु श्री राम के पास गईं। सुग्रीव ने मायावी लंकावासियों पर अविश्वास ज...