फरीदाबाद, सितम्बर 15 -- फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। भारत-पाकिस्तान विभाजन में अपनी पुश्तैनी जमीन छोड़कर फरीदाबाद आए पुरुषार्थी समाज के लोगों की मेहनत से सभी परिचित है। इसके साथ ही उनके कलाकारों के रामलीला के मंच पर अभिनय के चर्चे हैं। इन कलाकारों के रामलीला मंचन के अभिनय से प्रसन्न होकर देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने वर्ष 1950 में विजय रामलीला कमेटी के संस्थापक ज्ञानचंद सर्राफ को 50 रुपये का चेक भेंट किया था। वर्ष 1947 में पाकिस्तान छोड़कर फरीदाबाद पहुंचे पुरुषार्थी समाज के लोगों ने वर्ष 1950 में विजय रामलीला कमेटी की स्थापना की। एनआईटी क्षेत्र में रामलीला की शुरुआत ज्ञानचंद सर्राफ ने की थी। उस समय संसाधनों का अभाव था। इसके चलते रामलीला के मंच का बैकग्राउंड रंगीन दिखाने के लिए लोग घरों से लाल, हरी, पीली व अन्य विभिन्न के रंगों ...