वाराणसी, सितम्बर 27 -- रामनगर (वाराणसी), संवाददाता। रामनगर की रामलीला शुक्रवार को वर्षा के बीच हुई। देव स्वरूपों ने रेनकोट पहना, ऊपर पारंपरिक छतरी लगाई गई। तब लीला के प्रसंग संपादित हुए। वर्षा तेज होने पर करीब पौन घंटे लीला रोकनी भी पड़ी। इस वर्ष यह दूसरा अवसर है जब स्वरूपों को रेनकोट पहन कर लीला करनी पड़ी है। रामलीला के 20वें दिन प्रसंग की शुरुआत श्रीराम द्वारा सुग्रीव से वानरी सेना को लंका प्रस्थान करने के आदेश से हुई। देवताओं के जयकार के बीच वानरी सेना लंका पर चढ़ाई करने के लिए समुद्र किनारे पहुंची। उधर रावण का दूत उसे बताता है कि राम सेना के साथ समुद्र के किनारे खड़े हैं। रावण मंत्रियों से विमर्श करने लगा। विभीषण से भी सलाह मांगी। विभीषण ने समझाया कि राम से बैर ठीक नहीं है। क्रोधित रावण ने लात मारकर विभीषण को लंका से निकाल दिया। विभीष...