सिमडेगा, नवम्बर 8 -- सिमडेगा अथाह भीड़ हो पर अव्यवस्था नहीं, थकान हो पर शिकायत नहीं, घना अंधेरा हो पर डर नहीं। शायद यही तो रामराज्य की पहचान है। जहां सब एक दूसरे के सहयोगी बन जाते हैं। जहां हर कोई मर्यादा में रहता है। कुछ ऐसी ही झलक दिखाते हुए तीन दिवसीय राजकीय रामरेखा महोत्सव सह धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हो गया। हालांकि मेला के समाप्त होने के बाद भी प्रभु श्रीराम की नगरी में एक झुंड का जमावड़ा अब भी लगा हुआ है। वह है वानर सेना का। जैसे ही गुरुवार शाम से वाहनों का शोरगुल और लोगों का आवागमन शांत हुआ। प्रभु श्रीराम के दर्शन करने वानर सेना का झुंड धाम की ओर बढ़ा। यह नजारा भी मनमोहक था। कुल मिलाकर कार्तिक पूर्णिमा मेला 2025 भगवान श्रीराम की भक्ति का अद्भुत संगम और आस्था का ऐतिहासिक जनसैलाब जुटाकर विदा हुआ। कार्तिक पूर्णिमा को रात के अंधेरे में ...