मुजफ्फर नगर, मार्च 19 -- रामपुर तिराहाकांड से जुड़े सरकार बनाम राधा मोहन द्विवेदी मामले में सुनवाई नहीं हो सकी। गवाही के लिए नौ अप्रैल की तिथि नियत की गई है। गत एक अक्टूबर 1994 की रात्रि पृथक राज्य की मांग के लिए दिल्ली जा रहे उत्तराखंड के आंदोलनकारियों को पुलिस ने रामपुर तिराहे पर रोक लिया था। आरोप है पुलिस फायरिंग में सात आंदोलनकारियों की मौत हो गई थी, जबकि महिलाओं से छेड़छाड़ व दुष्कर्म के आरोप भी लगे थे। इस मामले में सीबीआई की तरफ हाईकोर्ट के आदेश पर सात मुकदमे दर्ज कराए थे। सीबीआई के लोक अभियोजक धारा सिंह मीणा ने बताया कि बुधवार को कोर्ट में गवाह आया था, लेकिन उसकी गवाही नहीं हो सकी। कोर्ट ने गवाही के लिए नौ अप्रैल की तिथि नियत की है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...