मुजफ्फर नगर, अगस्त 21 -- रामपुर तिराहा कांड से जुड़े तीन मामले अलग-अलग न्यायालयों में विचाराधीन है। बुधवार को हथियारों की फर्जी बरामदगी संबंधी सरकार बनाम ब्रज किशोर प्रकरण में सुनवाई हुई। न्यायालय में सीबीआइ के पैरोकार पेश हुए। इस दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने बहस की। न्यायालय ने अगली सुनवाई के लिए 27 अगस्त की तिथि लगाई है। बता दें कि 29 वर्ष पूर्व एक अक्तूबर-1994 की रात पृथक राज्य की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे उत्तराखंड के आंदोलनकारियों को छपार थाना क्षेत्र के रामपुर तिराहा पर रोक लिया गया था। आरोप है कि पुलिस फायरिंग में सात आंदोलनकारियों की मौत हो गई थी, जबकि महिलाओं से छेड़छाड़ और दुष्कर्म के आरोप भी लगे थे। इस मामले में सीबीआइ की तरफ से हाई कोर्ट के आदेश पर सात मुकदमे दर्ज कराए थे। उत्तराखंड संघर्ष समिति के वरिष्ठ अधिवक्ता अनुराग वर्म...