सूरत, अगस्त 15 -- देश जब 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, गुजरात के सूरत में सैकड़ों लोग दुश्मन मुल्क वाली पहचान हटने की खुशी जाहिर कर रहे हैं। वह बेहद खुश हैं कि उनके आधार और वोटर कार्ड जैसे दस्तावेजों से 'पाकिस्तानी मोहल्ला' हट जाएगा। अब उनकी पहचान 'हिन्दुस्तानी मोहल्ला' निवासी के रूप में होगी। यह इलाका कभी रामनगर के रूप में जाना जाता था लेकिन देश के बंटवारे के बाद इसके नाम के साथ 'पाकिस्तान' जुड़ गया। दरअसल, जब भारत का बंटवारा हुआ तो बड़ी संख्या में लोग पाकिस्तान से पलायन करके हिन्दुस्तान में आए थे। खासकर सिंधी समाज के लाखों लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर बसे। सूरत के रामनगर इलाके में भी बड़ी संख्या में सिंधी लोग आकर बसे थे। यहां करीब 600 शरणार्थी परिवार आकर बसे। धीरे-धीरे इस इलाके का नाम लोग 'पाकिस्तानी मोहल्ला' पुकारने लगे। धीर...