अयोध्या, अक्टूबर 22 -- अयोध्या,संवाददाता। प्रतिपदा पर्व पर आयोजित होने वाले अन्नकूट महोत्सव के अवसर परकनक भवन व हनुमानगढ़ी समेत हजारों वैष्णव मंदिरों में विराजमान भगवान को 56 भोग लगाया गया। इसके दौरान आयोजित भंडारे में श्रद्धालु गण सपरिवार पहुंचे और प्रसाद ग्रहण किया। दशरथ राजमहल बड़ा स्थान महंत बिंदुगद्याचार्य स्वामी देवेन्द्र प्रसादाचार्य ने कहा कि हर युग में भगवान का अलग-अलग अवतार हुआ। कलियुग में अर्चावतार है, जहां परमात्मा भक्तों के अधीन रहकर उनका कल्याण करते हैं और भक्तगण भगवान की प्रसन्नता के लिए उत्सव का आयोजन कर स्वयं भी आनंद से परिपूर्ण होते हैं। भगवान भाव के भूखे है। संगीतमय सुंदरकांड व मधुर भजनों का सिलसिला चलता रहा: कनकभवन व जानकीमहल में बुधवार को सायंकाल भगवान को 56 भोग लगाया गया और झांकी अनावरण के साथ भगवान की आरती उतारी गयी।...
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