गोरखपुर, जून 14 -- गोरखपुर, मुख्य संवाददाता। रामगढ़ झील और शहर के जलनिकासी तंत्र को साफ रखने के लिए बनाया गया 30 एमएलडी क्षमता का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) अब भी उपयोगी है लेकिन अतिरिक्त सीवेज का दबाव झेल रहा है। डिज़ाइन वर्ष 2020 तक की क्षमता के मुताबिक बनाया गया था, वर्तमान में रामगढ़ झील में 34 से 35 एमएलडी सीवेज पहुंच रहा है। गोल्फ ग्राउंड, मोहद्दीपुर पॉवर हॉउस, रफी अहमद किदवई स्कूल और पैडलेगंज जैसे क्षेत्रों से जुड़ी नालियों को शोधित करने के लिए जिस एसटीपी की परिकल्पना की गई थी, वह अब 2025 में अपनी डिज़ाइन सीमा से आगे निकल चुकी है। महानगर की बढ़ती आबादी, शहरीकरण और नई कॉलोनियों के जुड़ने से सीवेज की मात्रा इतनी बढ़ गई है कि शहीद अशफाक उल्ला खॉ प्राणी उद्यान पास स्थित 30 एमएलडी एसटीपी पर अत्यधिक लोड पड़ रहा है। विशेषज्ञों की मान...