सिद्धार्थ, जुलाई 1 -- डुमरियागंज, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के बहेरिया चौराहे पर आयोजित पांच दिवसीय रामकथा के पहले दिन रविवार की रात कथावाचक आलोकानंद शास्त्री ने कथा के महात्म्य का वर्णन किया। इसे सुनकर श्रद्धालु हर्षित हो जयकारे लगाने लगे। कथावाचक ने कहा कि रामकथा का आयोजन जहां होता है, वह स्थान धन्य हो जाता है। इसलिए अधिक से अधिक संख्या में कथा सुनें। उन्होंने कहा कि रामकथा हमें मर्यादा में रहना सिखाती है। साथ ही यह मानव का सही मार्गदर्शन भी करती है। जो मनुष्य सच्चे मन से श्रीरामकथा सुनता है उसका लोक ही नहीं परलोक भी सुधर जाता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन बहुत दुर्लभ है और बहुत सत्कर्मों के बाद ही मिलता है। ऐसे में इसका सदुपयोग करना चाहिए और राम नाम का जप करते हुए अपने लोक व परलोक को सुधारना चाहिए। कलयुग में मनुष्य का सबसे बड़ा सहार...