उरई, नवम्बर 19 -- जालौन। उदोतपुरा स्थित उदोतपुरा सरकार हनुमान परिसर में आयोजित नौ दिवसीय रामकथा महोत्सव में अमरदीप अवस्थी ने नारद मोह व रामजन्म की कथा का वर्णन किया। शास्त्री अमरदीप अवस्थी ने बताया नारदजी किसी भी प्रकार के मोह से ऊपर बताए जाते हैं, लेकिन एक बार स्वयं नारद भी मोहजाल में फंस गए थे। एक राजकुमारी की ओर आकर्षित होने के बाद जब भगवान विष्णु ने उनकी परीक्षा ली, तब नारद मुनि ने अपनी भूल को समझा और यह अनुभव आगे चलकर धरती पर धर्म की स्थापना के लिए भगवान के अवतरण का कारण बना। उन्होंने राजा दशरथ के पुत्र प्राप्ति यज्ञ और भगवान श्रीराम के अवतरण की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि जब अधर्म बढ़ता है और संसार संकट में होता है, तब भगवान स्वयं अवतरित होकर धर्म की पुनर्स्थापना करते हैं। भगवान श्रीराम का जन्म भी इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए हुआ। ...