दुमका, जून 8 -- सरैयाहाट, प्रतिनिधि। सरैयाहाट बाजार स्थित ठाकुरवाड़ी मंदिर परिसर में 9 दिवसीय रामकथा नवपरायण महायज्ञ का आयोजन किया गया है। जिसमें कथा के तीसरे दिन अयोध्या से आए कथा वाचक रविशंकर ठाकुर के द्वारा अपने प्रवचन में सती का जन्म पुनः पार्वती के रूप में, कामदेव दहन व शिव विवाह की कथा सुन श्रद्धालु काफी आनंदित हो रहे थे। कहा कि जब शिव और पार्वती का विवाह होने वाला था तो एक बड़ी सुंदर घटना हुई। उनकी शादी बहुत ही भव्य पैमाने पर हो रही थी। इससे पहले ऐसी शादी कभी नहीं हुई थी। उनकी शादी में बड़े से बड़े और छोटे से छोटे लोग शामिल हुए। सभी देवता तो वहां मौजूद थे ही, साथ ही असुर भी वहां पहुंचे। आम तौर पर जहां देवता जाते थे, वहां असुर जाने से मना कर देते थे और जहां असुर जाते थे, वहां देवता नहीं जाते थे। आगे कहा कि पर्वत राज हिमालय की घोर तप...