चमोली, मई 28 -- गैरसैंण। क्षेत्र के सबसे पुराने विद्यालय राप्रावि गांवली में विधि विधान से बुधवार को विद्यालय प्रांगण में मां सरस्वती की मूर्ति की स्थापना की गयी। इससे पूर्व ग्रामीणों ने जल कलश यात्रा भी निकाली। इस मौके पर वेदपाठी पं. खीमानंद, विनोद जुयाल एवं श्रीधर प्रसाद ने सरस्वती माता की प्राण प्रतिष्ठा की व प्रसाद का वितरण किया। सरस्वती मां की यह मूर्ति स्यूणी मल्ली के सामाजिक कार्यकर्ता सुरेन्द्र सिंह ने दान की है। गांव निवासी एवं पूर्व सभासद राजेन्द्र शाह ने बताया कि यह विद्यालय गैरसैंण क्षेत्र का सबसे पुराना विद्यालय है तथा इसकी स्थापना वर्ष 1809 में अंग्रेजी हुकुमत के दौरान हुयी थी। मूर्ति स्थापना के अवसर पर विद्यालय अध्यक्ष ध्यान सिंह शाह, पूर्व सभासद सरोज शाह, मुन्नी बिष्ट, संजय पुण्डीर, तृप्ति शाह, प्रधानाचार्य राइंका आगरचट्टी...
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