भागलपुर, मार्च 1 -- भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। हाल के वर्षों में धान सहित अन्य फसलों पर जलवायु परिवर्तन के कारण बुरा प्रभाव पड़ा है। मौसम में अत्यधिक ताप के कारण चावल के उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस प्रभाव को रोकने की दिशा में बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर काम करेगा। इसके लिए बीएयू को भारत सरकार की तरफ से प्रोजेक्ट दिया गया है। कुलपति प्रो. दुनिया राम सिंह की निगरानी में इस पर काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए वैज्ञानिकों की टीम लगी हुई है। कुलपति ने बताया कि यह शोध पूरी तरह बदलती जलवायु परिस्थितियों के बीच चावल की गुणवत्ता में सुधार पर केंद्रित होगा। इसके अध्ययन में विशेष रूप से रात के तापमान में वृद्धि का चावल पर होने वाले प्रभावों का विश्लेषण किया जाएगा, जो चावल की गुणवत्ता को अधिक नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। डॉ...
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