रांची, सितम्बर 13 -- रातू, प्रतिनिधि। विद्यालय केवल शिक्षा का स्थान ही नहीं होता, बल्कि यह बच्चों के विकास का केंद्र भी होता है। जब तक बच्चे स्कूल नही आएंगे तब तक उनका विकास संभव नहीं। यह बात झारखंड सरकार के शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह ने कही। वे शुक्रवार को राजकीयकृत मध्य विद्यालय, रातू राज में अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी और सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नियमित विद्यालय उपस्थिति ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है। कार्यक्रम को प्रखंड प्रमुख संगीता तिर्की ने कहा कि सरकारी स्कूल अब प्राइवेट स्कूल को मात देने की तैयारी में है। यहां पर प्रशिक्षित शिक्षक निजी विद्यालयों के शिक्षकों से बेहतर होते हैं। ये कई परीक्षा पास करने के बाद शिक्षक बनते हैं। इस दौरान डीएसई बादल राज, उप प्रमुख रियाजुल अंसारी ने भी कार्यक्रम ...