प्रयागराज, अगस्त 1 -- गंगा मइया का जलस्तर लगातार बढ़ रहा था। उम्मीद थी कि दर तक आकर लौट जाएंगी, इसीलिए पूरी रात घर में इंतजार करते रहे, लेकिन सुबह घर में पानी घुसा और गृहस्थी के सामान डूबने लगे तो उसे पहले सुरक्षित किया। फिर यहां चले आए। यह कहना था कैंट मैरिज हॉल में बनाए गए राहत शिविर में पहुंचीं दर्शना का। अशोक नगर की रहने वालीं दर्शना के साथ तीन बेटियां थीं। एक कमरे में गृहस्थी का सामान बटोरे अब वो इंतजार कर रही हैं कि कब पानी कम हो और वो घर आएं। सुबह यहां पहुंची सोनू देवी के साथ छह लोग थे। उन्होंने बताया कि अब तक शिविर मे भोजन पानी का प्रबंध नहीं हुआ है। आधी रात के बाद घर के भीतर पानी आया। जैसे-तैसे रात गुजारी और सुबह ही यहां आ गईं। एक कोने में बैठीं 12वीं की छात्रा रिया और रक्षा पढ़ाई कर रही थीं। रिया ने बताया कि यहां शिविर में जगह म...