आगरा, जुलाई 11 -- राणा सांगा केस में दायर प्रकीर्ण वाद की सुनवाई शुक्रवार को सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में हुई। वादी अधिवक्ता की ओर से संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार को विपक्षी बनाने के लिए सीपीसी की धारा के तहत प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया। साथ ही केस को प्रतिनिधि वाद के रूप में दर्ज करने की भी मांग की गई। अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 22 जुलाई की तारीख तय की है। मामले में वादी अजय प्रताप सिंह आदि बनाम अखिलेश यादव आदि पक्षकार हैं। वादी पक्ष ने कहा कि राणा सांगा का मामला जनहित से जुड़ा है, इसलिए इसे प्रतिनिधि वाद के रूप में स्वीकार किया जाए। एडवोकेट अजय प्रताप सिंह ने 24 मार्च को यह सिविल वाद दायर किया था। इसमें सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और सांसद रामजीलाल सुमन को प्रतिवादी बनाया था। अवर न्यायालय ने प्रकीर्ण वाद को विधिक रूप ...