नैनीताल, मई 2 -- नैनीताल, संवाददाता। उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. उर्मिला जोशी ने नैनीताल में नाबालिग से अमानवीय और जघन्य अपराध की घटना की कड़ी निंदा की है। कहा कि यह न सिर्फ एक बच्ची के जीवन को प्रभावित करने वाली घटना है, बल्कि समाज की सामूहिक चेतना और सुरक्षा की भावना को भी गहरी चोट पहुंचाती है। उत्तराखंड को सदैव महिलाओं और बच्चियों के लिए एक सुरक्षित और सभ्य राज्य माना गया है, लेकिन इस तरह की घटनाएं समाज और व्यवस्थाओं की गंभीर पुनरावृत्ति की मांग करती हैं। बयान जारी कर राज्य महिला आयोग ने पीड़िता को शीघ्र न्याय दिलाने और दोषियों को कठोरतम सजा दिलाने की मांग की है। डॉ. जोशी ने कहा कि जो लोग अपने पद, उम्र या सामाजिक स्थिति का दुरपयोग करते हैं, उनके लिए समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। आयोग ने पीड़िता और उसके परिवार को हर संभव...