पटना, मार्च 8 -- राज्य के सभी 38 इंजीनियरिंग कॉलेजों को चरणबद्ध तरीके से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्टता केन्द्र) बनाया जाएगा। वर्तमान उद्योगों की आवश्यतानुसार यहां के छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे जहां उद्योगों की जरूरत पूरी होगी, वहीं इन संस्थानों से पास करने वाले इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं को अच्छे पैकेज पर नौकरी मिलने में आसानी होगी। राज्य में सबसे बाद में खुले भागलपुर और बाढ़ में पॉलिटेक्निक संस्थान को भी सेंटर ऑफ बनाया जाएगा। विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग की राज्य के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की जिम्मेदारी आईआईटी दिल्ली सहित देश और विदेश के बड़े इंजीनियिंग संस्थाओं को दी जाएगी। विभाग की ओर से अभी दिल्ली आईआईटी को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा गया है। इंटरनेट ऑफ थिंक्स, आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस (ए...