धनबाद, मई 12 -- धनबाद, प्रमुख संवाददाता चिकित्सीय सेवा का जिक्र होते ही पहला ख्याल नर्स का आता है। नर्सिंग को चिकित्सीय क्षेत्र का रीढ़ कहा जाता है। यह रीढ़ इंडियन नर्सिंग काउंसिल (आईएनसी), स्टेट नर्सिंग काउंसिल और कानूनी पचड़े में पड़ कर कमजोर होती जा रही है। स्थिति यह है कि एक राज्य में नर्सिंग की पढ़ाई करने वाली छात्राएं दूसरे राज्य में नौकरी कर पाएंगी या नहीं, इसपर भी संशय बना रहता है। स्थिति यह है कि बिहार नर्सिंग काउंसिल ने आदेश जारी कर कहा है कि उनके यहां नर्स की नौकरी सिर्फ उन्हें मिलेगी, जिन्होंने राज्य के अंदर के नर्सिंग स्कूल से डिग्री ली है। बाहर के राज्यों की वही नर्स आवेदन कर सकती है, जिनके नर्सिंग संस्थान इंडियन नर्सिंग काउंसिल से उपयुक्तता प्राप्त है। झारखंड के 424 में 323 नर्सिंग संस्थानों को यह उपयुक्तता प्राप्त नहीं है।...