हल्द्वानी, अक्टूबर 15 -- हल्द्वानी। रिश्वतखोरी के दो साल पुराने मामले में अदालत ने राज्य कर अधिकारी को सबूतों के अभाव में आरोप मुक्त कर दिया है। जबकि मुख्य आरोपी का मामला विचाराधीन है। सतर्कता विभाग की टीम ने सितंबर 2023 में राज्य कर विभाग में जीएसटी पंजीकरण के नाम पर तीन हजार की घूस लेते हुए डाटा एंट्री आपरेटर दीपक मेहता को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। इस मामले में राज्य कर अधिकारी उमेद सिंह की भी संलिप्तता सामने आई थी। मुख्य आरोपी डाटा एंट्री ऑपरेटर ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि उसने अपने साहब यानी उम्मीद सिंह के कहने पर रिश्वत ली थी। पुलिस ने संलिप्तता को देखते हुए राज्य कर अधिकारी को भी गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनके हल्द्वानी स्थित आवास पर छापेमारी भी की गई थी। इसके बाद आरोपी उमेद ने विजिलेंस कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें ...