गंगापार, मई 24 -- राजस्व कर्मियों की अनदेखी और लापरवाही के चलते मांडा का समाधान दिवस पूरी तरह औपचारिकता बन कर रह गया है। लेखपालों के न आने से राजस्व संबंधी किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो पाता, जिससे फरियादियों की संख्या भी मांडा में अब बेहद कम होने लगी है। आये राजस्व संबंधी मात्र दो प्रार्थना पत्रों में किसी का भी निस्तारण नहीं हो पाया। शनिवार को मांडा थाने पर आयोजित समाधान दिवस में मात्र एक कानूनगो और केवल चार लेखपाल आ पाये, जिनमें दो लेखपाल कोरांव क्षेत्र के रहे। मांडा थाना क्षेत्र की डेढ़ दर्जन ग्राम पंचायतें कोरांव तहसील से संबंधित हैं। कोरांव तहसील से मात्र दो लेखपाल मांडा के समाधान दिवस में आये। समाधान दिवस की अध्यक्षता व संचालन इंस्पेक्टर मांडा शैलेंद्र सिंह ने किया। समाधान दिवस में राजस्व संबंधी दो मिलाकर प्रार्थना पत्र आये, लेक...