नई दिल्ली, जून 14 -- भारत की पहली ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी धोलेरा के नाम पर दो भाइयों ने ऐसा जाल बुना कि 70 हजार लोगों की जिंदगी सेविंग से खाली हो गई। एक सुनियोजित फ्रॉड जिसमें देश के पूर्व सैनिक, पुलिसकर्मी और आम नागरिक अपने लाखों-करोड़ों रुपये गवां बैठे। ईडी की ताजा छापेमारी के बाद यह 2700 करोड़ का मनी लॉन्ड्रिंग केस फिर चर्चा में आ गया है। पनलावा से प्लानिंग, धोलेरा में फ्रॉड इस हाई-प्रोफाइल ठगी के मास्टरमाइंड हैं राजस्थान के सीकर जिले के पनलावा गांव के दो सगे भाई- सुभाष बिजारणियां और रणवीर बिजारणियां। सुभाष सेना से रिटायर हुए थे। उन्होंने रियल एस्टेट में कदम रखते हुए रणवीर के साथ 2021 में 'नेक्सा एवरग्रीन' नाम की कंपनी बनाई। दावा किया गया कि उनकी कंपनी धोलेरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का हिस्सा है और उनके पास वहां 1300 बीघा जमीन है। झांसे...
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