जयपुर, नवम्बर 15 -- राजस्थान में सरकारी मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल और अस्पताल अधीक्षकों की निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने के सरकारी आदेश के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (RMCTA) ने सरकार के इस फैसले को "क्लिनिकल चिकित्सकों को हाशिये पर धकेलने" वाला बताया है। एसोसिएशन ने कहा कि यह फैसला न केवल अव्यावहारिक है बल्कि मेडिकल कॉलेजों की गुणवत्ता और सरकारी अस्पतालों की सेवाओं को भी प्रभावित करेगा। RMCTA के स्टेट कोऑर्डिनेटर और प्रवक्ता डॉ. प्रवीण जोशी ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि अनुभवी चिकित्सकों पर निजी प्रैक्टिस रोकना व्यवहारिक रूप से संभव नहीं है। "सरकारी ड्यूटी के बाद कई चिकित्सक NPA छोड़कर नियमों के अनुसार मरीजों को शाम के समय सेवाएं देते हैं। हजारों ऐसे मरीज हैं जिन्हें दिन में अस्पताल पहुंचना संभव नह...