जयपुर, मई 29 -- पारंपरिक धार्मिक परंपराओं के साथ अब पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी बड़ा कदम उठाया जा रहा है। राजस्थान में अब मोक्षधामों को "ग्रीन मोक्षधाम" में बदला जाएगा। इस ऐतिहासिक पहल की शुरुआत जयपुर से हुई है, जहां गौमाया और राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान केंद्र (नीरी) की संयुक्त कोशिश से पहला ग्रीन मोक्षधाम तैयार किया जा रहा है। यह प्रयास न केवल प्रदूषण को कम करेगा, बल्कि पारंपरिक मूल्यों को भी सहेजेगा। जयपुर ग्रेटर नगर निगम द्वारा खंडेलवाल वैश्य समाज समन्वय समिति एवं गौमाया को आवंटित मोक्षधाम में यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य अंतिम संस्कार से होने वाले प्रदूषण को 'नेट जीरो' स्तर तक लाना है। कोविड काल के दौरान लकड़ियों की भारी कमी और प्रदूषण की समस्या को देखते हुए गौमाया के संस्थापक डॉ. सीताराम गुप्ता ने एक...
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