अजमेर, अगस्त 2 -- शनिवार सुबह करीब 7 बजे, राजस्थान की धार्मिक और ऐतिहासिक नगरी अजमेर की तारागढ़ पहाड़ी पर उस वक्त हलचल मच गई, जब सैकड़ों की संख्या में वन विभाग, पुलिस और प्रशासनिक अमला यहां पहुंचा। आम दिनों में श्रद्धालुओं और दुकानदारों की भीड़ से गुलजार रहने वाला पैदल मार्ग अचानक सुरक्षाबलों और मशीनों से भर गया। तारागढ़ दरगाह जाने वाले पैदल रास्ते पर दोनों ओर बनी कच्ची-पक्की दुकानें एक-एक कर गिरने लगीं। धूल का गुबार, मशीनों की गड़गड़ाहट और अधिकारियों की तेज़ आवाज़ें माहौल को अलग ही रूप दे रही थीं। ऐसा लग रहा था जैसे कोई सर्जिकल स्ट्राइक हो रही हो लेकिन ये कार्रवाई किसी देश के दुश्मन पर नहीं, बल्कि सालों से वन भूमि पर किए गए अतिक्रमण के खिलाफ हो रही थी। वन विभाग ने इस कार्रवाई के लिए अजमेर के अलावा टोंक, भीलवाड़ा और नागौर से करीब 250 वनकर...