नई दिल्ली, जून 21 -- राजस्थान में लंबे समय से आईएएस अधिकारियों के तबादलों की प्रतीक्षा खत्म नहीं हो रही है, और इसका सीधा असर प्रशासनिक कार्यों और योजनाओं की निगरानी पर पड़ रहा है। वर्तमान स्थिति यह है कि राज्य के 50 से अधिक आईएएस अधिकारियों के पास करीब 75 अतिरिक्त पदों की जिम्मेदारी है। यानी एक अधिकारी पर दो से तीन विभागों का अतिरिक्त कार्यभार है, जिससे प्रशासनिक दक्षता और योजनाओं की निगरानी कमजोर हो रही है। तबादलों में देरी, जिम्मेदारियों का बोझ तबादलों की सूची का इंतजार महीनों से चल रहा है, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इसके चलते जिन विभागों को अलग-अलग अधिकारियों के जिम्मे होना चाहिए था, वे फिलहाल एक ही अधिकारी के भरोसे चल रहे हैं। यह हाल तब है जब कई विभाग सीधे जनता से जुड़े हैं और उनकी मॉनिटरिंग अत्यंत महत्वपूर्ण ...