जयपुर, अगस्त 25 -- सोमवार की सुबह मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे जैसे ही बंद हुए, भीतर सत्ता और संगठन का एक ऐसा महामंथन शुरू हुआ जिसने कई नेताओं की धड़कनें बढ़ा दीं। विधानसभा सत्र से पहले सीएम भजनलाल शर्मा ने साफ कर दिया-अब समय शिकायतों का नहीं, बल्कि काम का है। लेकिन माहौल कुछ ऐसा था मानो हर चेहरा पढ़ा जा रहा हो, हर शब्द तोला जा रहा हो। बैठक की शुरुआत प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के भाषण से हुई। जिलाध्यक्षों को अपने-अपने जिलों की रिपोर्ट देनी थी। मंच पर बैठे वरिष्ठ नेता चुपचाप सुन रहे थे, लेकिन कई विधायकों को महसूस हुआ कि उनकी शिकायतें अब काम नहीं आने वालीं। तभी सीएम ने पहली बार सख्त आवाज में कहा-"मंत्री हो या विधायक, आपस में शिकायतें बंद करो। सत्ता और संगठन को सबकी रिपोर्ट है।" इस एक वाक्य ने सन्नाटा भर दिया। सीएम ने साफ शब्दों में कहा कि जनता ...