जोधपुर, अगस्त 2 -- जोधपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर किसी की भी हँसी छूट सकती है, लेकिन पीड़ित की हालत ऐसी है कि अब वह शादी का नाम सुनकर ही काँप जाता है। कहानी शुरू होती है विजेंद्र भारती से-लंबे समय से कुंवारा चल रहा युवक, जो अब तक अपने अकेलेपन से निपट नहीं पाया था। लेकिन फिर एक दिन अचानक उसके पड़ोसी 'फ़रिश्ता' बनकर आए और बोले - "तेरी शादी हम करवाएंगे, बस थोड़ा भरोसा और थोड़ा पैसा दे।" विजेंद्र को क्या पता था कि ये 'भरोसा' उसका सबसे बड़ा नुकसान बन जाएगा और ये पड़ोसी फ़रिश्ते नहीं, स्कैम के 'प्लानर' हैं। फिर क्या था-पहली शादी हुई, मंडप सजा, बैंड बाजा बजे, बारात चढ़ी और जैसे ही दुल्हन बस से उतरी, वो बस में ही दोबारा चढ़कर रफूचक्कर हो गई। विजेंद्र को लगा कि चलो, एक बार की बात है, गलती हो गई होगी। पड़ोसियों ने भी झट दिलासा दिया...