लखनऊ, नवम्बर 14 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। राज्य में फर्जी बिलिंग और टैक्स चोरी के बढ़ते मामलों के बीच शहर में एक बड़े जीएसटी फर्जीवाड़ा रैकेट का खुलासा हुआ है। सरकारी विभागों द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि कुछ इंटरप्राइजेज और उनसे जुड़े व्यक्तियों ने मिलकर करोड़ों रुपये के फर्जी बिल जारी किए। जिसमें सरकारी विभागों से अनुमति प्राप्त करने के लिए जाली दस्तावेजों के उपयोग किया गया है। मामले में एके इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर अकित कुमार, सौरभ इंटरप्रोइजेज के प्रोपराइटर सौरभ मिश्रा शॉप नंबर सिविल लाइंस, मुज्जफर नगर, वाहन स्वामी मेराजुल हसन और वाहन चालक गुलाम मोईनुद्दीन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, जांच में पाया गया कि संबंधित फर्मों ने बिना किसी वास्तविक माल के लेन-देन के नकली जीएसटी इनवॉइस बनाए और उनका उपयोग कर वित...